भारत और विश्व इतिहास में 30 जुलाई का अपना ही एक खास महत्व है, क्योकि इस दिन कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटी जो इतिहास के पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज होकर रह गईं हैं। आईये जानते हैं 30 जुलाई की ऐसी ही कुछ महत्त्वपूर्ण घटनाएँ जिन्हे जानकर आपका सामान्य ज्ञान बढ़ेगा। जो आपके हर परिक्षा के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है
विश्व मानव तस्करी विरुद्ध दिवस
हर साल 30 जुलाई को विश्व मानव तस्वीर विरुद्ध दिवस रूप में मनाया जाता हैमानव तस्करों का शिकार बनने वाले ज़्यादार लोग प्रवासी होते हैं, उनमें ऐसे शरणार्थी भी होते हैं जिन्होंने विभिन्न कारणों से अपने मूल देशों या स्थानों को छोड़ दिया होता है.
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि सशस्त्र संघर्षों, विस्थापन, जलवायु परिवर्तन, प्राकृतिक आपदाओं और ग़रीबी जैसी परिस्थितियों की वजह से बनने वाले नाज़ुक हालात और बहुत से लोगों की हताशा की वजह से भी मानव तस्करी को बढ़ावा मिलता है. उन्होंने कहा कि ख़ासतौर पर प्रवासियों को निशाना बनाया जा रहा है.
एंतोनियो गुटेरेश ने कहा, “मानव तस्करों और प्रवासियों को निशाना बनाने वाले गिरोहों के हाथों समुद्रों, रेगिस्तानों और बंदीगृहों में हज़ारों लोगों की जान जा चुकी है. ये तस्कर अपने इस क्रूर और हैवानियत वाले कारोबार में मासूम लोगों को निशाना बनाते हैं.”
एंतोनियो गुटेरेश ने विश्व दिवस के मौक़े पर इस तरफ़ भी ध्यान दिलाया कि उत्पीड़न और शोषण के लिए रोज़मर्रा के जीवन में किस तरह से अरुचि देखने को मिलती है. मानव तस्करी का शिकार होने वाले लोगों के असहाय हालात से लाभ उठाने वालों में निर्माण उद्योग से लेकर खाद्य उत्पादन और उपभोक्ता वस्तुओं के निर्माता, विक्रेता और उद्योगकर्मी तक सभी बड़े पैमाने पर शामिल होते हैं.
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने इन असहाय हालात का शिकार होने वालों की मदद करने के उपाय बढ़ाने की पुकार लगाते हुए कहा कि बहुत से देशों में क़ानून तो बने हुए हैं लेकिन मानव तस्करी के अंतरराष्ट्रीय गिरोहों को न्याय के कटघरे में पहुँचाने के लिए ठोस उपाय करने की सख़्त ज़रूरत है. उससे भी ज़्यादा ये महत्वपूर्ण है कि मानव तस्करी के पीड़ितों की शिनाख़्त करके उनके लिए सुरक्षा व ऐसी सेवाएँ मुहैया कराई जाएँ जिनकी उन्हें ज़रूरत है.
महासचिव ने अपने संदेश में कहा, “इस विश्व मानव तस्करी निरोधक दिवस के अवसर पर आइए, अपराधियों को अपने फ़ायदे के लिए इंसानों का शोषण करने वाले अपराधियों को रोकने और पीड़ितों को उनकी ज़िंदगी फिर से संगठित करने और सामान्य जीवन जीने में मदद करने के लिए अपना संकल्प फिर से दोहराएँ.”
मानव तस्करी रोकने के प्रयासों पर संयुक्त राष्ट्र की स्पेशल रैपोर्टियर मारिया ग्रेज़िया गियाम्मारिनारो ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव की आवाज़ से आवाज़ मिलाते हुए कहा कि मानव तस्करी के पीड़ितों को सुरक्षा और न्याय दिलाना बहुत ज़रूरी है. इसके लिए उन्होंने तमाम देशों की सरकारों का आहवान किया कि वो मानव तस्करी के पीड़ितों की तकलीफ़ों का समुचित मुआवज़ा मुहैया कराने के लिए दीर्घकालीन समाधानों में निवेश किया जाए.
विशेष दूत ने कहा कि तमाम देशों की सरकारें मानव तस्करी के पीड़ितों से किस तरह पेश आते हैं, उसके बारे में बड़े बदलाव करने की ज़रूरत है. मानव तस्करी और शोषण को रोकने के लिए सामाजिक समावेशी रास्ता अपनाना ही सबसे बेहतर और सही जवाब या विकल्प है.
उन्होंने कहा कि जो राजनैतिक लोग समाजों में नफ़रत फैलाते हैं, इंसानों के बीच दीवारें खड़ी करते हैं, बच्चों को बंदी बनाए जाने को सही ठहराते हैं, नाज़ुक हालात का सामना करने वाले प्रवासियों को अपने देशों की सीमा में दाख़िल होने से रोकते हैं, सच बात तो ये है कि ऐसे राजनैतिक लोग ख़ुद अपने देशों के हितों के विरुद्ध काम करते हैं.
स्पेशल रैपोर्टेयर ने कहा कि मानव तस्करी के पीड़ितों को अपना जीवन फिर से संगठित करने और सामान्य ज़िंदगी जाने के लिए समाज का समर्थन और दोस्ताना सामाजिक माहौल की ज़रूरत है. इस प्रक्रिया में उन्हें वित्तीय संसाधनों की भी ज़रूरत होती है. उन्होंने कहा कि मानव तस्करी के पीड़ितों को सिर्फ़ मुआवज़ा मुहैया करा देना भर ही समस्या का समाधान नहीं है, बल्कि उन्हें उनकी तकलीफ़ों से उबारना भी समाधान में शामिल होना चाहिए. इन समाधानों में पीड़ितों को उनके परिवारों से मिलाना और उनके लिए रोज़गार के अवसर मुहैया कराना भी शामिल है. साथ ही ये भी सुनिश्चित करना ज़रूरी है कि वो फिर से मानव तस्करों के चंगुल में ना फँस जाएँ.
30 जुलाई भारत विश्व इतिहास
- 1733 पहले अमेरिकी लॉज बोस्टन के फ़ॉरिमेसिस की सोसाइटी में बनाया गया था।
- 1756 बर्तोलोमेओ रा ऑस्ट्रेलियाजी नव निर्मित कोटरीन पैलेस को महारानी एलिज़ाबेथ और उसके दरबारियों को प्रस्तुत किया गया।
- 1824 जीयोचिनो रॉसीनी थिएटर इटालियन, परिषद के नए प्रबंधक बने।
- 1825 माल्दन द्वीप की खोज हुई।
- 1836 अमेरिका के हवाई में अंग्रेजी भाषा का पहला पत्र प्रकाशित हुआ।
- 1864 क्रेटर की लड़ाई: जनरल बर्न्सॉयड्स के हमले में विफल रहा।
- 1877 पीलेपन की घेराबंदी में दूसरी लड़ाई शुरू हुई।
- 1909 राइट बन्हुआओं ने सेना के लिए पहला विमान बनाया।
- 1914 ऑस्ट्रिया की आर्टिलरीर बेलग्रेड शहर सर्बिया की राजधानी बना।
- 1930 एनबीसी रेडियो पर देथ वैली डेज का पहला प्रसारण हुआ।
- 1932 अमेरिका के लास वेगास में दसवें आधुनिक ओल खेल की शुरुआत हुई।
- 1938 पहले बच्चों का कॉमिक द बीनो ब्रिटेन में प्रकाशित हुआ।
- 1942 जर्मन की सेना ने बेलारूस के मिंस्क में 25000 रुपये की हत्या की।
- 1957 एक्सपर्ट रिस्क इंसिसोरेंस कोर्पोरेशन आफ इंडिया (प्राइवेट) लिमिटेड की स्थापना हुई।
- 1966 आठवें फीफा विश्वकप में पश्चिम जर्मनी को हराकर इंग्लैंड ने पहली बार विश्व कप फुटबॉल जीता।
- 1980 वनूआटो देश को स्वतंत्रता मिली।
- 1982 सोवियत संघ ने भूमिगत परीक्षण किया।
- 2000 तीन बार लगातार फ्रांस का भ्रमण करने वाले लांस अर्मस्त्रंग पहले अमेरिकी बने।
- 2012 उत्तर प्रदेश में एक रेलगाड़ी में आग लग जाने से 32 लोगों की मौत हुई और 27 घायल हुए।
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